मैं हमेशा भाग्य में विश्वास नहीं। मेरे पिता जी अक्सर मुझे बताते कि मेरी क़िस्मत ख़राब नहीं होगा।ईस समय मैं उसका मज़ाक़ करता हूँ , "सब कुछ प्रयासों का परिणाम है।अगर दुनिया में भाग्य होगा, तो मैं कुछ नहीं करगा।"
आज तक मैं धीरे-धीरे अपने पिता के शब्दों पर विश्वास हाँगा। पीछले साल दादा मर रहा था लेकिन मैं उसे देख नहीं सकता।हालाँकि ६ साल से मैं मेहनत से काम करता हूँ, लेकिन कुछ भी नहीं मिला, यहाँ तक कि एक छोटा आवश्यक को नहीं संतुष्ट नहीं। क्रोध केलिये मैंने इस जगह छोड़ने के लिए प्रार्थना किया। दुर्भाग्य से कार्मिक समायोजन रोक किया। चाहे मेरे दादा जी या मैं अनुकूल और मेहनती लोग हैं, लेकिन दोनों उचित उपचार मिलये।
पीछे मुड़कर देखें, मैं भाग्य का अर्थ समझता हूँ, "यदि भाग्य में नहीं हो, तो प्रयासों को बेकार है।